जिला कैथल के गांव बरटा में बाबा साहब डॉ भीम राव अंबेडकर जी की 133 में जयंती मनाने को लेकर गांव वासियों ने एडवोकेट प्रदीप शिमहर को बतौर मुख्य अतिथि बुलाया था एडवोकेट प्रदीप शिमहर ने बताया कि वहां के लोकल प्रशासन से उन्होनें और गांव वासियों ने पहले ही परमिशन ली थी, 14 अप्रैल को हमें सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 4:00 बजे तक की वहां पर जयंती मनाने की परमिशन दी जाए और पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई जाए। परंतु वहां के प्रशासन के जो अधिकारी है जिसमें मुख्य रोल एसपी कैथल उपासना सिंह और सीटीएम गुरविंदर सिंह एचसीएस इन दोनों ने और उनके साथ में बीडीपीओ राजसिंह वहां के संबंधित उन्होनें मिलकर पहले परमिशन दी गई थी बाद में परमिशन को मनाही करके, प्रोग्राम को रोकने का काम किया और फिर बाद में हमें मजबूरन गांव के गुरु रविदास मंदिर में जयंती मनाने पड़ी
जो कि यह मौलिक अधिकारों का सीधा-सीधा हनन है और यह सब एक समाज ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए और पूरे विश्व के लिए एक सिंबल ऑफ द नॉलेज के नाम से जाना जाने वाले डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का जन्मदिन का प्रोग्राम था परंतु प्रशासन के गलत रवैया के कारण वहां पर आज प्रोग्राम सफल न हो सका यह प्रशासन की बहुत ही घटिया मानसिकता है और हम इस तरह के रवैया की घोर निंदा करते हैं कि भविष्य में ऐसा कोई भी प्रशासनिक अधिकारी गलत काम ना करें अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और हम मौजूदा सरकार से गुजारिश करेंगे की इन प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ डिसीप्लिनरी एक्शन लिया जाए और तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की कोई घटना ना घटे और हम बहुत जल्दी इन सबके खिलाफ कानूनी रूप से जो भी सख्त कार्यवाही होगी करने का काम करेगें
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