कैथल 07 जुलाई, आज के समय में युवा वर्ग का रुझान पढाई व कामकाज की तलाश में विदेशों की तरफ बढा हुआ है और इससे पहले भी बहुत से बच्चे विदेशों में पढ़ाई व काम के सिलसिले में गए हुए हैं। विदेशों की तरफ बढ़ रहे रुझान को देखते हुए कबूतरबाज आमजन को अपने झांसे में फंसाकर रुपए ऐंठ रहे है। जो पिछले काफी समय से अवैध रूप से विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने के मामले सामने आ रहे है। ऐसे में कैथल पुलिस के डीएसपी ललित कुमार ने आमजन की भलाई व गलत तरीके से विदेश भेजने का धंधा करने वालों के साथ कड़ाई से निपटने के लिए एडवाइजरी जारी की है। उन्होने बताया कि हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने प्रदेश में कबूतरबाजी के मामलों पर लगाम लगाने के लिए एसआईटी का गठन किया है। अंबाला रेंज के आईजी सिबास कविराज के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई है जिसमें अंबाला के एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा और कैथल के एसपी अभिषेक जोरवाल को भी शामिल किया गया है। जो यह एसआईटी युवाओं के साथ धोखाधड़ी करने वाले तथा उनसे लाखों रुपये ऐंठकर गैर-कानूनी तरीके से विदेशों में भेजने वाले कबूतरबाजी के मामलों की जांच करेगी। डीएसपी ने बताया कि प्राय: देखने में आता है कि विदेश भेजने के नाम पर लोगों से पैसे ठगने वाले एजेंट पंजीकृत नहीं होते हैं। इसलिए ऐसे एजेंटों से आमजन को सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे नकली या अनाधिकृत एजेंट विभिन्न प्रचार माध्यमों में अपना विज्ञापन प्रकाशित व प्रसारित करवाते हैं, जिससे आमजन उनके झांसे में आकर अपनी मेहनत की कमाई, अन्य संपत्ति या गहने इत्यादि गंवा बैठते हैं। उन्होने बताया कि कि कुछ अनाधिकृत एजेंट व एजेंसियां लोगों को सब्जबाग दिखाकर अपने जाल में फंसा लेती हैं और उन्हें स्टडी वीजा, वर्क परमिट, आईलाइट व टूरिस्ट वीजा के नाम पर गुमराह करते हुए लाखों रुपये की ठगी कर लेते हैं। ऐसी एजेंसियों के माध्यम से विदेश जाकर व्यक्ति फंस जाता है और उसे अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे अनाधिकृत एजेंसियों पर मामला दर्ज करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी । उन्होंने बताया कि हरियाणा में केवल पंजीकृत प्लेसमेंट एजेंसियां ही स्टडी वीजा या रोजगार के लिए नागरिकों को विदेश भेज सकती हैं। हरियाणा में भी कई एजेंसियां ही नागरिकों को विदेश भेजने के लिए अधिकृत हैं। उन्होंने कहा कि जो भी अनाधिकृत व्यक्ति या एजेंसियां गैरकानूनी तरीके से नागरिकों को विदेश भेजने का कार्य करती हैं उनके खिलाफ प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे विदेश जाने के लिए जल्दबाजी न करे तथा प्रॉपर चैनल के माध्यम से ही विदेश जाए। अनाधिकृत व्यक्तियों के जाल में फंसने से बचें और पंजीकृत एजेंसियों के माध्यम से ही विदेश जाएं। उन्होंने ऐसे एजेंटों व एजेंसियों के बारे में पुलिस व प्रशासन को सूचना देने का भी आह्वान किया है। पुलिस उप अधीक्षक ने नागरिकों को संदेश दिया कि विदेश जाने के इच्छुक नवयुवक कबूतरबाजों के झांसे में न आकर अधिकृत एजेंटों की मार्फत ही विदेश जाने की प्रक्रिया अमल में लांए। उन्होंने चेतावनी दी कि युवाओं को गलत तरीके से विदेश भेजने का धंधा करने वाले अपराधियों के साथ पुलिस कडाई के साथ निपटेगी। डीएसपी ने सख्त लहजे में कहा कि विदेश भेजने का काम करने वाले या तो जल्दी से जल्दी अपनी एजेंसी शाखा को रजिस्ट्रड करवाए या पुलिस की कडी कार्रवाई भुगतने के लिए तैयार रहे। ऐसे अपराधियों के खिलाफ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। डीएसपी ने बताया कि कबूतरबाजों द्वारा हवा में बात की जाती है तथा विदेशों में जॉब दिलाकर ज्यादा रुपया कमाने का सपना दिखाया जाता है। फर्जी एजेंट भरोसा दिलाने के लिए कुछ ऐसे लोगों से भी मिलवाया जाता है, जिनको वह शख्स कथित तौर पर विदेश भेज चुका है तथा जॉब दिलवा चुका है। पेमेंट फौरन करने के लिए यह मनोवैज्ञानिक दबाव भी डाला जाता है अमूमन लोग इस जाल में फंस जाते हैं और पेमेंट कर बैठते हैं। डीएसपी ने वीजा लगवाने से पहले कुछ जरूरी जानकारी बारे बताया कि एजेंट के लाइसेंस की जांच करें कि वह वैध है या नहीं। लाइसेंस वैध है तो भी संबंधित एजेंट के नाम पते की पूरी जानकारी अपने पास रखें। वीजा आने पर उसकी जांच कराएं। जरुरत पडे तो संबंधित पुलिस थाने की भी मदद लें। वीजा जांच में सही पाया जाए, उसके बाद ही संबंधित एजेंट को राशि का भुगतान करें विदेश जाने की जल्दबाजी न दिखा कर सयमंता से काम लेकर अपने आप को ठगी से बचाया जा सकता है।
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