कैथल, 21 फरवरी, अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. बलप्रीत सिंह ने कहा हमारे ऊर्जा के पारम्परिक साधन जैसे लकड़ी, कोयला, पैट्रोल व डीजल सीमित भंडार हैं, जोकि आने वाले कुछ वर्षों में समाप्त हो जाएंगे। हमें गैर पारम्परिक ऊर्जा के साधनों जैसे सौर ऊर्जा, बायो ऊर्जा, पवन ऊर्जा इत्यादि को अपनाने पर बल देना होगा, ताकि हम आने वाली भावी पीढि़यों के लिए इन सीमित भंडारों को बचा कर रख सकें ।
अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. बलप्रीत सिंह लघु सचिवालय स्थित वीडियो कांफ्रैंस हॉल में ऊर्जा संरक्षण के अंतर्गत करवाई गई प्रतियोगिता में विजेता बच्चों को पुरस्कार वितरण करने उपरांत बोल रहे थे। इस मौके पर पर एडीसी ने सभी ऊर्जा संरक्षण को लेकर शपथ भी दिलाई। उन्होंने बताया कि जिला एवं खंड स्तर पर कैथल जिले के विभिन्न स्कूलों में ऊर्जा संरक्षण पर कहानी लेखन प्रतियोगिता करवाई गयी थी, इस प्रतियोगिता में कैथल जिलों के विभिन्न स्कूलों के कुल 40 छात्रों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में आरोही मॉडल स्कूल की महक प्रथम, दीक्षा द्वितीय तथा सोनल तृतीय स्थान पर रही। अतिरिक्त उपायुक्त द्वारा विजेता छात्रों को शील्ड एवं प्रमाण पत्र देकर और अन्य भाग लेने छात्रों को प्रतिभागी प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया।
अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. बलप्रीत सिंह ने कहा कि हमें ऊर्जा संरक्षण को लेकर स्वयं जागरूक होना होगा और अपने परिवार तथा आसपास के लोगों को भी जागरूक करना होगा। उन्होंने बताया कि इन पारंपरिक साधनों का इस्तेमाल हमारे ऊपर नकरात्मक प्रभाव डाल रहा हैं। पेट्रोल व डीजल जोकि वाहनों में इस्तेमाल किया जा रहा हैं, उन द्वारा वायु मंडल में प्रदूषण फैलाया जा रहा हैं जोकि मानव जीवन, पेड़-पौधा तथा जानवरों के लिए हानिकारक हैं। इस मौके पर उप शिक्षा अधिकारी सुरेन्द्र कुमार, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय से सुनील शर्मा, सीमा, मुकेश आदि मौजूद रहे।
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