कैथल। (रमन सैनी) । कैथल के पट्टी अफगान निवासी यशपाल सिंह को मकाऊ देश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने और फिर दुबई में बंधक बनाकर जान से मारने की धमकी देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़ित के मामा सुरेंद्र कुमार वकील ने चंडीगढ़ स्थित ब्लू जे एडवोर्सिज नामक कंसल्टेंसी के मालिक गगन धीमान, बिंदर और दुबई एजेंट विवेक के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। सिविल लाइन थाना पुलिस ने शिकायत पर तीन आरोपियों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सुरेंद्र कुमार ने बताया कि वह अपने दोस्त रामचंद्र के साथ चंडीगढ़ गए थे, जहां उनकी मुलाकात गगन धीमान और बिंदर से हुई। इन दोनों ने दावा किया कि वे बच्चों को विदेश भेजने का काम करते हैं और मकाऊ देश में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलाने की गारंटी दी, जिसमें प्रतिमाह 1 लाख 20 हजार रुपए वेतन मिलेगा।
झांसे में आकर सुरेंद्र कुमार ने अपने भानजे यशपाल के सभी कागजात उन्हें सौंप दिए। 9 नवंबर 2024 को यशपाल को बैंकॉक की टिकट दी गई, जहां से उसे मकाऊ जाना था। 10 नवंबर 2024 को यशपाल बैंकॉक पहुंचा और 12 नवंबर 2024 को मकाऊ। इस दौरान सुरेंद्र कुमार ने अलग-अलग बैंक खातों में कुल 3 लाख 70 हजार रुपए जमा कराए।
14 नवंबर 2024 को ईमेल के जरिए जॉब लेटर भेजने के बाद, कंसल्टेंसी वालों ने 2 लाख 30 हजार रुपए नकद चंडीगढ़ के सेक्टर 32 स्थित एक कैफे में लिए। लेकिन इसके बाद यशपाल की मुश्किलें शुरू हो गईं।
16 नवंबर 2024 को यशपाल को बैंकॉक वापस बुला लिया गया, यह कहते हुए कि उसका वीजा खत्म हो रहा है और उसे नया वीजा दिलवाकर 20 नवंबर 2024 को मकाऊ भेजा जाएगा। हालांकि, उसे 23 नवंबर 2024 को मकाऊ भेजा गया। वहां 3-4 दिन रुकने के बाद भी उसे कोई काम नहीं मिला।
भटकता रहा युवक, आखिर पहुंचा दुबई में बंधक
इसके बाद कंसल्टेंसी वालों ने यशपाल को जीजुआईलैंड की टिकट दी, लेकिन उसे जीजुआईलैंड एयरपोर्ट पर रोक लिया गया और वह 26 घंटे तक वहीं फंसा रहा। फिर उसे बैंकॉक वापस भेज दिया गया, लेकिन चीन में उतार दिया गया। वहां से एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उसे मलेशिया की फ्लाइट में बिठा दिया।
मलेशिया पहुंचने पर यशपाल का सामान वाला बैग नहीं मिला, जिसके लिए उसे खुद मेल डालनी पड़ी और 2-3 दिन बाद बैग मिला। मलेशिया के बाद यशपाल को दुबई का वीजा दिया गया और वहां भेज दिया गया।
दुबई में बंधक बनाकर मांगे पैसे, मिली जान से मारने की धमकी
दुबई पहुंचने के बाद यशपाल ने अपने परिजनों को फोन कर बताया कि उसके पास पैसे नहीं हैं और उससे वहां पैसे मांगे जा रहे हैं, साथ ही जान से मारने की धमकियां भी मिल रही हैं। 11 दिसंबर 2024 से यशपाल से कोई संपर्क नहीं हो पाया है और उसका कोई अता-पता नहीं है।
सुरेंद्र कुमार ने बताया कि अब कंसल्टेंसी चलाने वाले गगन धीमान और बिंदर भी उनका फोन नहीं उठा रहे हैं। उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई है कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, उनके भांजे यशपाल को सकुशल भारत वापस लाया जाए और उनसे ठगे गए सारे पैसे बरामद करवाए जाएं।
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