कैथल, 6 दिसंबर (रमन सैनी) सिविज सर्जन डॉ. रेनू चावला ने बताया कि नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूट्रीशन, हैदराबाद द्वारा जारी आहार दिशा निर्देशों के अनुसार एक स्वस्थ आहार वह है, जिसमें प्रचुर मात्रा में सब्जियां, पर्याप्त मात्रा में अनाज, दाले या बीन्स, कुछ मात्रा में नट्स, खाने योग्य बीज, के साथ साथ दही अथवा छाछ इत्यादि सम्मिलित हो और तेल/ वसा व नमक का प्रयोग कम से कम किया गया हो। एक संतुलित आहार शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा, प्रोटीन, विटामिन, खनिज और फाइबर (रेशे) प्रदान करने में सक्षम होता है।
उन्होंने बताया कि आहार में संतुलन लाने के लिए आवश्यक है कि खाने में विभिन्न श्रेणी के खाद्य पदार्थों को सम्मिलित किया जाए, क्योंकि किसी भी एक श्रेणी के खाद्य पदार्थ में सभी तरह के पोषक तत्व नहीं हो सकते। उन्होंने बताया कि स्वस्थ आहार संबंधी आदतें के अनुसार हर खाने में गैर-स्टार्च सब्जियों और हरी पत्तेदार सब्जियों खाना, हर खाने में कम से कम तीस ग्राम फल खाना, अनाज का कम से कम पचास प्रतिशत हिस्सा साबुत अनाज और पॉलिश रहित अनाज से आए क्यूंकि पॉलिशिंग और रिफाइनिंग से अनाज के फाइबर व पोशाक तत्व नष्ट हो जाते हैं। पर्याप्त मात्रा में दाल व बीन्स का इस्तेमाल, खाने में वसा के लिए तिलहन अथवा खाने योग्य बीजों का प्रयोग, तेलों की मात्रा को प्रतिदिन 25-30 ग्राम तक ही सीमित रखा गया हो। दिन भर में चीनी (किसी भी प्रकार के शुगर) का प्रयोग 20-25 ग्राम तक ही सीमित रखा गया हो। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड (यूपीएफ) या हाई फैट साल्ट शुगर फूड (एचएफएसएस) जैसे कि पैकेज्ड स्नैक्स, जंक फूड, चिप्स,भुजिया इत्यादि का प्रयोग ना किया जाये। अतिरिक्त शुगर (एडेड शुगर) वाले खाद्य पदार्थों/ पेय पदार्थों का सेवन ना करें। रिफाइंड ऑयल का प्रयोग न किया जाए। मस्टर्ड ऑयल , सरसों का तेल, देसी घी का प्रयोग किया जाए।
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