कैथल, 05 फरवरी (रमन सैनी) देश में ऑनलाइन पेमेंट का चलन तेजी से बढ़ा है। पैसों का लेनदेन हो या फिर कॉलेज की फीस, बिल का भुगतान समेत कई काम आज तुरंत हो जाते हैं। ऑनलाइन गतिविधियां बढ़ने के साथ ही धोखाधड़ी के मामलों में भी काफी बढ़ोतरी हुई है। ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जिसमें ग्राहक के पास मैसेज आता है कि, आपके बैंक खाते से इतनी राशि निकाली गई है, लेकिन यह पैसे खाता धारक द्वारा नहीं निकाले गए हैं, तो ऐसे में परेशान होना लाजिमी है।
कैथल पुलिस अधीक्षक राजेश कालिया ने कहा है कि अगर आपकी गलती नहीं है, और आपके खाते से किसी ने धोखा करते हुए पैसे निकाले हैं, तो आप समय पर शिकायत और कुछ जरूरी हिदायतों का पालन करते हैं तो आपके खाते से निकला हुआ अमाऊंट वापस मिल जाता है। उन्होंने बताया कि अगर आपने बैंक खाते से पैसे नहीं निकाले हैं या फिर गलती से भी ट्रांसफर नहीं किए हैं, और पैसे कटने का मैसेज आया है तो सबसे पहले बैंक को इस मामले की सूचना दें। क्योंकि समय रहते अगर बैंक को सूचना मिल जाएगी तो उस ट्रांजेक्शन को रोका जा सकता है। वहीं अगर आपकी कोई गलती नहीं है, रुपए आपके अकाउंट में वापस आ जाते हैं। पुलिस को मामले की शिकायत दें। धोखे से आपके बैंक खाते से किसी ने अगर पैसे निकाले हैं, तो बैंक को जानकारी देने के साथ ही अपने निकटतम पुलिस थाने या साइबर थाना में भी शिकायत दें। साथ ही साइबर क्राइम पोर्टल और 1930 पर सूचना दें। एसपी ने कहा कि आमजन ऑनलाइन फ्रॉड की जानकारी मिलते ही तुरंत साइबर क्राइम को कॉल कर जानकारी देंगे, तो गलत ट्रांजैक्शन को समय रहते ब्लॉक किया जा सकता है। लेकिन इस बात का खासतौर पर ध्यान रखें कि अगर आपने झांसे में आकर खुद ओटीपी नंबर किसी अनजान व्यक्ति के साथ शेयर किया है, तो निकाले गए रुपए की जिम्मेदारी बैंक नहीं लेता है। इसलिए कभी भी अपना ओटीपी नंबर किसी के साथ शेयर न करें।
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