HSSC बना – “हेराफेरी एवं सांठगांठ सर्विस कमीशन”! जींद में पकड़े पेपर लीक कांड पर पर्दा डालने की साज़िश कर रही खट्टर सरकार: रणदीप सिंह सुरजेवाला

August 9, 2023 98 0 1


कैथल ( रमन ), सांसद एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव, रणदीप सिंह सुरजेवाला ने 6 अगस्त, 2023 दिन रविवार को आयोजित CET की ग्रुप 57 की मुख्य परीक्षा में कथित रूप से एक और “पेपर लीक कांड” और एक दिन बाद यानि 7 अगस्त, 2023 दिन सोमवार को ली गई ग्रुप 56 की परीक्षा में एक दिन पहले ग्रुप 57 के पेपर के 41 प्रश्न कॉपी करके दिये जाने पर खट्टर सरकार पर करारा हमला बोला है। सुरजेवाला ने याद दिलाया कि पहले तो दो बार CET का रिजल्ट निकाला और बदला गया – 10 जनवरी, 2023 को CET का रिजल्ट निकाला और फिर 25 जुलाई, 2023 को।इस बीच 3 बार CET रिजल्ट में संशोधन करने का नोटिस दिया। 1 फ़रवरी, 2023 को CET के रिजल्ट में ‘सोशो इकोनॉमिक कैटेगरी’ के नंबर जोड़ना या काटने के लिए HCC ने नोटिस जारी किया। यह प्रक्रिया पूरी हो गई। प्रक्रिया से CET के रिजल्ट की त्रुटियाँ ठीक नहीं हुईं। इसलिए 10 मार्च, 2023 को HSSC ने दूसरी बार पब्लिक नोटिस निकालकर ‘सोशो इकोनॉमिक कैटेगरी’ के नंबर जुड़वाने या कटवाने के लिए अभ्यर्थियों को कहा। यह प्रक्रिया भी पूरी हो गई पर त्रुटियाँ दूर नहीं हुईं। मामला हाई कोर्ट में चला गया। HSSC ने फिर तीसरी बार 28 जून 2023 को नोटिस जारी कर ‘सोशो इकोनॉमिक कैटेगरी’ के नंबर जुड़वाने या कटवाने को कहा। आख़िरकार HSSC ने 10 जनवरी 2023 का CET रिजल्ट ख़ारिज कर दिया तथा 25 जुलाई, 2023 को CET का रिवाइज़्ड रिजल्ट जारी किया। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की एकल बेंच ने 4 अगस्त, 2023 को CET का रिजल्ट ही quash यानी ख़ारिज कर दिया क्योंकि उसमें भयंकर ग़लतियाँ थीं। बजाय गलती मानने के, खट्टर सरकार व HSSC ने रातोंरात आनन-फ़ानन में अपील दायर की व शनिवार 5 अगस्त, 2023 को हाई कोर्ट के एकल जज के फ़ैसले पर स्टे ले लिया। हाईकोर्ट की दो जजों की खंडपीठ ने भी इस त्रुटिपूर्ण CET रिजल्ट (जो एकल जज ने पूरी तरह से निरस्त किया था) के आधार पर लिए गये पेपर के नतीजों को निकालने पर रोक लगा दी। ऐसे में अगर CET का रिजल्ट ही डिवीज़न बेंच द्वारा भी निरस्त किया जाता है, तो उस CET रिजल्ट के आधार पर नियुक्तियों के लिए पेपर लेने का औचित्य ही क्या है? इसके बावजूद खट्टर सरकार व HSSC ने 6 अगस्त, 2023 को ग्रुप 57 की 14 से अधिक कैटेगरी की 5,697 पोस्ट के लिए पेपर लेने का निर्णय कर लिया व ग्रुप 56 की लगभग 30 कैटेगरी की 6,419 पोस्ट के लिए 7 अगस्त, 2023 को पेपर लिया। इन दोनों कैटेगरी की पोस्ट के लिए निकाले गये इश्तहार की कॉपी A1 संलग्न है। सुरजेवाला ने कहा कि ग्रुप 56 व ग्रुप 57 के कुल 12,116 पदों के लिए 6 व 7 अगस्त को हुई पूरी पेपर प्रक्रिया “पेपर लीक माफिया”, “बेतहाशा भ्रष्टाचार” व “भर्तियों की दलाली” की भेंट चढ़ चुकी है, जिसका सीधा-सीधा सबूत इस प्रकार है:-

1. 6 अगस्त, 2023 को ग्रुप 57 के 5,697 पोस्ट के लिए हुई परीक्षा में हुए तथाकथित ‘पेपर लीक कांड’ होने व ‘पेपर लीक गिरोह’ के पकड़े जाने की खबरों से अखबार रंगे पड़े हैं लेकिन, आयोग के चेयरमैन और सदस्य अपने फोन बंद करके चैन की नींद सो रहे हैं। खबरों के अनुसार इस गिरोह ने सब इंस्पेक्टर भर्ती तथा केवीएस भर्ती में भी 18-20 लाख में परीक्षा पास करवाने के सौदों की बात कबूली है। इन लोगों पर कथित रूप से पहले भी पेपरों में हेराफेरी करने के मुकद्दमे चल रहे हैं लेकिन, सरकार हर बार की तरह इस बार भी लीपापोती की फिराक में है। पर मामला साफ़ है, पिछले 42 परीक्षाओं के पेपर लीक कांड की तरह इस बार भी मामला रफ़ा-दफ़ा कर दिया जाएगा।

2. ग्रुप 57 के 6 अगस्त, 2023 को हुए पेपर (पेपर की प्रतिलिपि संलग्नक A2 है) तथा ग्रुप 56 के 7 अगस्त, 2023 को हुए पेपर (पेपर की प्रतिलिपि संलग्नक A3 है) को देखें, तो कुल 100 में से ग्रुप 57 के पेपर के 41 सवाल अगले दिन ग्रुप 56 में भी दोहराए गये हैं। दोहराए गए 41 सवालों की सूची संलग्नक A4 है।

यानी “कट-कॉपी-पेस्ट” करके “पेपर लीक” करने का भाजपा-जजपा का आज़माया हुआ तरीक़ा फिर दोहराया गया। सुरजेवाला ने इल्ज़ाम लगाते हुए कहा कि खट्टर सरकार अपने चहेतों को बस इतना ही बता देती है, “ग्रुप 57 वाला पेपर अच्छे से कर लो भैया”। नौकरियाँ बेचने वाले दलालों को ये एक लाइन बताने की एवज़ में ₹25 लाख से ₹35 लाख आराम से मिल जाते हैं, क्योंकि ग्रुप 56 में (संलग्नक A1) नौकरी भर्ती के लिए एक से एक शानदार पोस्ट है।

3. ग्रुप 56 के 7 अगस्त, 2023 (संलग्नक A3) को देखें तो उसमें तो सबकुछ ही घालमेल है। पेपर में 50 से ज़्यादा ग़लतियाँ हैं। उदाहरण के तौर पर पेपर के प्रश्न नंबर 36 (संलग्नक A3) को देखें तो झज्झर ज़िले के “जहांआरा बाग” के स्थान पर सवाल में नाम “जहांनारा बाग” छपा है। जब सवाल ही ग़लत है, तो बच्चे जवाब सही कैसे देंगे। इसी प्रकार ग्रुप 56 के पेपर (संलग्नक A3) के सवाल नंबर 87 में हरियाणा के संध्या समाचार पत्र का नाम “नभचोर” छापा गया है, जबकि समाचार पत्र का नाम “नभछोर” है। जब सवाल ही ग़लत है, तो अभ्यर्थी जवाब सही कैसे देंगे?

ग्रुप 56 के इस पेपर को देखें तो पायेंगे की खट्टर सरकार व HSSC को सही हिन्दी लिखनी ही नहीं आती। तो युवाओं से सही जवाब की अपेक्षा कैसे की जा सकती है? पेपर में लिखी ग़लत हिन्दी के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं:

पेपर में कुछ चुनिंदा गलतियां

गलत शब्द:                                    सही शब्द:
अग्रिकल्चरल                                एग्रीकल्चरल
आबंटित                                         आवंटित
साईकल                                         साइकिल
इंटरनैशनल                                  इंटरनेशनल
महरिषि                                           महर्षि
पहाडियां                                       पहाड़ियां
सोलार सिस्टम                            सोलर सिस्टम
उपरेक्त                                         उपरोक्त
नभचोर                                          नभछोर
खिलाडी                                        खिलाड़ी
डॉ. आंबेडकर                            डॉ. अंबेडकर
ईश्यूरेंस                                        इंश्योरेंस

सुरजेवाला ने सीधे आरोप लगाया कि एक के बाद एक भर्ती में लूट को देखकर प्रदेश की जनता व हमारे युवाओं को ये समझ जाना चाहिए कि ‘भर्ती घोटाले का नेक्सस’ HPSCया HSSC के लेवल से ऊपर का है। इस घोटाले के मुख्य सरगना ऊपर बैठे सत्ताधीश हैं, जो HPSC और HSSC दोनो आयोगों को अपने डंडे से हांक रहे हैं। इनकी रणनीति देखिए, पहले HPSC वालों ने HCS पेपर में 38 प्रश्न पिछले पेपर से नकल करके एक सफल प्रयोग किया और अब इसका दायरा HCS तक फैला दिया गया। करोड़ों के कैश के साथ HPSC के डिप्टी सेक्रेटरी के पकड़े जाने के बावजूद HPSC के अटैची कांड को भी उसी तरीके से दबा दिया जैसे HSSC के पेपर लीक के मामले दबाए जाते हैं।

हरियाणा की जनता को हम लगातार सावधान करते रहे हैं। लगातार हो रहे भर्ती घोटाले ये साबित करते हैं कि खट्टर सरकार की सरपरस्ती में “व्यापम’ हरियाणा में भी आ गया है व भाजपा-जजपा सरकार में यह “भर्ती घोटाले का हरयापम” बन गया है। आज प्रदेश के युवा उसी ‘हरयापम’ को भुगत रहे हैं।

सांसद सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के संघर्ष में युवाओं की आवाज बनकर तन-मन से साथ खड़ी है। CET के इस घोटाले से पीड़ित 3,59,000 अभ्यर्थी अगर एकजुट होकर इस घोटाले के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर लें तो ये नौकरियों के दलाल सलाखों के पीछे होंगे। CET के अभ्यर्थियों का आह्वान करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि आज 9 अगस्त को “भारत छोड़ो आंदोलन” की 81वीं वर्षगांठ है। हमारे पूर्वजों ने हमें तीन हथियार दिए हैं- प्रेयर, प्रोटेस्ट और पेटिशन। इस मामले पर आप युवाओं का संघर्ष ही नौकरियों की इस संगठित मंडी को धराशायी कर सकता है।

प्रदेश के युवाओं के हित मे कांग्रेस पार्टी की मांग है कि:-

I. अपनी शुचिता खो चुकी इस भर्ती परीक्षा को तुरन्त रद्द करके सभी CET पास 3,59,000 युवाओं को अवसर देते हुए पुनः परीक्षा करवाई जाए।

II. HSSC के चेयरमैन सहित सभी सदस्यों को फ़ौरन बर्खास्त किया जाये व पेपर लीक गिरोह के सदस्यों पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

III. CET के परिणाम को 4 अगस्त, 2023 को हाई कोर्ट के एकल जज द्वारा निरस्त कर दिया गया है। CET के सही रिजल्ट को निकालने के बाद ही परीक्षा की प्रक्रिया शुरू की जाये ताकि युवाओं का भविष्य अंधकार में ना रहे व उन्हें रोज़गार मिल सके।

IV. प्रदेश में चल रही “नौकरियाँ बेचने की संगठित मंडी” व इसमें संलिप्त सफ़ेदपोशों तथा HPSC व HSSC के चेयरमैन व मेंबरों की हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जाँच हो।


Tags: hssc exam 2023, hssc paper, randeep singh surjewala Categories: ब्रेकिंग न्यूज, राजनीति, लेटेस्ट न्यूज़, हरियाणा
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