कैथल (रमन सैनी) मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में हरियाणा सरकार द्वारा बनाई गई खेल नीति, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर व खिलाड़ियों को मुहैया करवाई जा रही सुविधाओं की बदौलत प्रदेश के खिलाड़ी विश्व पटल पर हरियाणा का नाम चमका रहे हैं। चीन में चल रहे एशियन गेम्स में भी हरियाणा के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे देशभर के कुल 655 खिलाड़ियों में से 85 खिलाड़ी हरियाणा से हैं। अब तक भारतीय खिलाड़ियों ने कुल 71 मेडल जीते हैं। इनमें 19 मेडल हरियाणा के खिलाड़ियों के नाम हैं। 6 गोल्ड, 3 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल लेकर हरियाणा के खिलाड़ी देश की पदक तालिका में काफी आगे बने हुए हैं। महिला हो या पुरुष खिलाड़ी हर खेल में प्रदेश के युवा छाए हुए हैं।
भारतीय महिला टीम ने क्रिकेट में गोल्ड पर जमाया कब्जा
क्रिकेट में भारतीय महिला टीम ने गोल्ड पर कब्जा जमाया, इस टीम में रोहतक की शैफाली वर्मा शामिल थीं। वहीं यमुनानगर के गांव शाहपुर के युवा खिलाड़ी परमिंदर सिंह ने रोइंग क्वाड्रपल स्कल में कांस्य पदक जीता। पंचकूला के आर्यन पाल सिंह घुमन ने पुरुषों की 3000 मीटर स्पीड स्केटिंग रिले रेस में कांस्य पदक जीता है। एथलेटिक्स में सोनीपत की सीमा पूनिया ने डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल जबकि महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज में फरीदाबाद की प्रीति लांबा ने कांस्य पदक अपने नाम किया। इसके अलावा रोहतक की प्रीति पंवार ने बॉक्सिंग में 54 किलो ग्राम भारवर्ग में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। वहीं रोहतक के ही परवीन हुड्डा ने 57 किलो ग्राम भारवर्ग में ब्रॉन्ज पर कब्जा जमाया। साथ ही हिसार के नरेंद्र बेरवाल ने बॉक्सिंग में 92 प्लस किलोग्राम भारवर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता।
हरियाणा “चैंपियंस की भूमि”
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में खेलों का एक ऐसा माहौल तैयार हुआ है कि आज हरियाणा खेलों का हब बन चुका है। वर्तमान राज्य सरकार द्वारा खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए विजेता खिलाड़ियों को सर्वाधिक पुरस्कार राशि दी जा रही है। इसके अलावा, प्रशिक्षण के साथ-साथ खिलाड़ियों की खुराक में भी किसी प्रकार की कोई कमी न रहे इसके लिए खिलाड़ियों को प्रतिदिन 400 रुपये खुराक राशि दी जाती है। वर्तमान प्रदेश सरकार ने हमेशा ही खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने का काम किया है। आज हरियाणा की पहचान पदक की फैक्ट्री के रूप में बन गई है। इसी का नतीजा है कि अन्य राज्य भी हरियाणा की खेल नीति का अनुसरण करने लगे हैं। हरियाणा सरकार की खेल नीति जहां खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें अधिकतम नकद पुरस्कार प्रदान करने के लिए पहचानी जाती है वहीं खिलाड़ियों को नौकरी में आरक्षण आदि सुविधाओं के कारण भी इस नीति की प्रदेशभर में खूब चर्चा होती है। राज्य सरकार की बेहतर खेल नीति के कारण ही एक किसान का बेटा भी विदेश की धरती पर गोल्ड जीतने का दम रखता है।
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