कैथल, 5 फरवरी (रमन सैनी) कैथल की महादेव कालोनी कैथल निवासी व जीमखाना क्लब में मैनेजर हैप्पी ने सिटी थाना पुलिस को शिकायत दी है कि उसके साथ विदेश भेजने के नाम पर 5 लाख 5 हजार रुपए की धोखाधड़ी हुई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हैप्पी ने शिकायत में बताया कि मेरे इंस्टाग्राम अकाउंट में कंपनी बार-बार ऐड डालती थी कि हम लक्समबर्ग देश में 5 लाख रुपए में 3 साल का वर्क परमिट दिलवाते हैं व बार-बार संदेश भेजने पर हमने इनके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल की तो आरोपियों ने बताया कि हम विदेश भेजने का एक नंबर में कार्य करते हैं।
इस प्रकार से उन्होंने अपनी बातों में उलझा लिया व कहने लगे कि हमारा हिसार में सेमीनार है। वहां से आते-आते कैथल में आपको मिल लेंगे । 26 जुलाई 2024 को आरोपी मुझे कैथल आकर मिले व मेरे साथ मेरा दोस्त प्रवीण शर्मा व दीपक भी था व हमारी उनके साथ बात हुई तो उन्होंने बताया कि हम लक्समबर्ग देश मे वर्क परमिट का वीजा लगवाते हैं व टोटल 6 लाख रुपए लेते हैं। इस तरह से हमने उन्हें 5 लाख रुपण् में उसकी बात डन कर दी व मौका पर उन्होंने सारे दस्तावेज की फ़ोटो कॉपी मुझसे ले ली व 26 जुलाई 2024 को आरोपियों ने 5000 रुपए इनकी फर्म यूनीक एजुकेशन कन्सल्टन्सी के खाते में डाल दिए व इन सभी आरोपियों ने तीन माह के अंदर-अंदर वीजा लगने का आश्वासन दिया। इस तरह से उन्होंने हमे 30 जुलाई 2024 को अपने मोहाली वाले ऑफिस में असल पासपोर्ट लेकर बुलवाया व एक लाख रुपए जमा करवाने के लिए कहा व हमने असल पासपोर्ट व 1 लाख रुपए नगद जमा करवा दिए व इसके बाद आरोपियों ने लगातार 60 हजार रुपए, 50 हजार रुपए, 30 हजार रुपए, 10 हजार रुपए, 5 हजार रुपए, 45 हजार रुपए इनकी फर्म के खाते में ऑनलाइन रुपए डलवाए। 1 सितंबर 2024 को आरोपियों ने हमें अपने पास बुलावाया। आरोपी सिमरन रंधावा ने अपने लैपटॉप में दिखाया कि तुम्हारी वेरीफिकेशन हो गई है व ये वीजा आने वाला है व जल्द से जल्द बकाया 2 लाख रुपए जमा करवा दो। हमने दिए गए समय अनुसार आरोपी फतेह, मोहित को कैथल बुलाकर 10 सितंबर को 2 लाख रुपए दे दिए।
उन्होंने कहा कि तैयारी कर लो दिवाली तक तुम्हारा वर्क वीजा आ जाएगा। लेकिन आज तक उनका कोई भी वीजा नहीं लगवाया गया। जब हम उनके ऑफिस में गए तो वहां आए कुछ लोगों से पता चला कि ये लोग फ्रॉड करके कई लोगों कि ठगी मार चुके हैं व इनके खिलाफ कई मुकदमे भी दर्ज हैं। मुझे दिया गया वीजा अन्य एजेंट से चैक करवाया तो वो फेक निकला। जब मैंने कहा कि आप मेरे असल दस्तावेज, पासपोर्ट व 5 लाख 50 हजार रुपए वापिस कर दो तो उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी दी और ये कहा कि अगर यहां दोबारा आया तो अपनी जान से हाथ धो बैठेगा।
जांच अधिकारी हैड कांस्टेबल दलबीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायत पर सिमरन रंधावा, मोहित, नीतिका, फतेह व राजवीर निवासी यूनीक एजुकेशन कन्सल्टन्सी फेज-86, इन्डस्ट्रीअल एरिया मोहाली के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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