कैथल (रमन सैनी) अक्सर मीडिया की सुर्ख़ियों से दूर रहने वाले तथा शैक्षिक जगत में उच्च मुकाम हासिल करने वाले डॉ. सैनी आज अनगिनत उपलब्धियों के लिए जाने जाते हैं। समाज और विद्यार्थियों में विशेष लोकप्रिय डॉ. ओ.पी. सैनी कैथल ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा के शिक्षा जगत में अपनी खास पहचान बनाए हुए हैं। स्थानीय संवाददाता से बातचीत करते हुए डॉ. सैनी ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को सांझा करते हुए कहा कि स्थानीय आर. के. एस. डी. कॉलेज उनकी कर्मभूमि रहा है । जीवन में संघर्ष ही उनकी पहचान है। अक्सर साहित्य पढ़ते हुए वे महाकवि निराला से प्रेरणा लेते हैं। उनके बारे में किसी शायर ने कहा था–
कहां तस्लीम करता था जमाना ।
बड़े जोरों से मनवाया हूं ।।
इसी मूलमंत्र को लेकर वे भी अपने शैक्षिक जीवन में आगे बढ़ते रहे है।
आर. के. एस. डी. कॉलेज कैथल में सन 1990 से हिंदी विभाग में कार्यरत डॉ.सैनी को हाल ही में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र द्वारा करियर एडवांस स्कीम के तहत प्रोफेसर पद से नवाजा गया है। वे अपने महाविद्यालय के पहले ऐसे शिक्षक हैं जिन्हें यह गौरव हासिल हुआ है। केवल प्रोफेसर पद ही नहीं बल्कि यू.जी.सी. द्वारा हिंदी पत्रकारिता में महिलाओं की भूमिका विषय को लेकर मेजर रिसर्च प्रोजेक्ट पर काम करने वाले वे अपने क्षेत्र के पहले शिक्षक भी हैं। डॉ.सैनी शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशेष उपलब्धियों को लेकर शुरू से ही चर्चा में बने रहे हैं ।
उनके अब तक 60 के लगभग शोध पेपर विभिन्न राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं जो किसी भी शिक्षक के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है तथा समीक्षात्मक लेखन को लेकर अब तक उनकी सात पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं जो स्नातक, स्नातकोत्तर तथा शोध के लिए उपयोगी हैं । इतना ही नहीं विभिन्न विद्वानों द्वारा संपादित पुस्तकों में उनके 25 के लगभग शोध पेपर भी प्रकाशित हुए हैं । उन्होंने अब तक 40 के लगभग राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों में शोध पत्रों का वाचन किया है तथा अनेक महाविद्यालयों में विस्तार व्याख्यान देकर विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन किया है। बड़े गर्व की बात है कि डॉ. सैनी अपने क्षेत्र के एकमात्र डी. लिट्.उपाधि प्राप्त प्रोफेसर हैं तथा उनके निर्देशन में अब तक पांच विद्यार्थियों ने एम.फिल. और पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की है। वे राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनेक रिसर्च जर्नल में संपादक, उपसंपादक तथा परामर्श मंडल के सदस्य भी हैं। इससे पहले वे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र की अकादमिक कौंसिल तथा अनफेयर मिंस कमेटी के सदस्य भी रह चुके हैं। महाविद्यालय प्रबंधन समिति, प्राचार्य , प्राध्यापक वर्ग तथा शहर के गणमान्य व्यक्तियों एवं छात्रों ने डॉ. सैनी को महाविद्यालय में पहला प्रोफेसर बनने पर बधाई दी है ।
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