कैथल, 10 जून। डीसी प्रीति ने मंगलवार सुबह कैथल शहर की छोटी-बड़ी ड्रेनों व नालों का निरीक्षण किया और साफ-सफाई कार्य सहित बाढ़ राहत के लिए किए जा रहे कार्याें को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने नगर निकाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ड्रेनों व नालों की सफाई कार्य की स्वयं मॉनिटरिंग करें और सफाई कार्य में तेजी लाएं। नालों में गोबर डालने वाले लोगों को नोटिस जारी करते हुए नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाएं। उन्होंने कहा कि आगामी मानसून में आमजन को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। इसको लेकर पिछले चार दिनों से विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया जा रहा है।
डीसी प्रीति ने कहा कि जहां पर हर वर्ष जलभराव की स्थिति पैदा होती है, उन पर विशेष फोकस करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि मानसून से पहले हर हालत में ड्रेनों व नालों की सफाई हो जानी चाहिए। इसके लिए जो भी मशीनरी इस्तेमाल करनी है, उसे लगाएं। सफाई कार्य गुणवत्ता पूर्ण होना चाहिए, ताकि बारिश के सीजन में पानी की निकासी में किसी प्रकार की कोई बाधा न पहुंचे। इस कार्य में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डीसी प्रीति ने सबसे पहले मानस ड्रेन के ढांड रोड पर शुरुआती प्वाइंट का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने कवर एरिया में ड्रेन की सफाई के निर्देश दिए। इसके साथ ही नाले में गोबर डालने वालों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसके बाद भगवान परशुराम चौक पर निरीक्षण किया गया, जहां ड्रेन की सफाई का कार्य संतोषजनक नहीं पाया गया। साथ ही यहां नाले बंद मिले। इसके बाद डीसी प्रताप गेट पर श्मशान घाट के सामने एकत्रित पानी की निकासी कार्य का निरीक्षण किया। प्रताप गेट पर दोनों साइड के नालों की नियमित सफाई के निर्देश दिए। इसके बाद चंदाना गेट पर बंद पड़े नाले को लेकर उन्होंने नप अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द ये नाले खुलवाएं जाएं। उन्होंने रेलवे गेट पर नाले के बिल्कुल ऊपर कचरा डंपिंग प्वाइंट को लेकर कहा कि हर रोज समय से कचरा उठ जाना चाहिए और जहां से नाले ओपन हैं, उनके ऊपर ऐसे कचरा प्वाइंट न हों। उन्होंने यहां नालों की उचित सफाई के निर्देश दिए। इसके बाद भगत सिंह चौक का निरीक्षण किया, जहां दुकानों के बाहर रैंप से नाले कवर किए हुए मिले, साथ ही नालों की सफाई भी संतोषजनक नहीं मिलीं। डीसी ने निर्देश दिए कि जल्द से जल्द इसकी सफाई की जाए, चाहे रैंप को तोड़ना पड़े। इसके बाद डीसी प्रीति श्री ग्यारह रुद्री मंदिर के पीछे अन्न देव तालाब पर पहुंची और यहां पर चल रहे कार्य की रिपोर्ट कार्यालय में तलब की।
डीसी प्रीति ने कहा कि निरीक्षण में पाया गया है कि सफाई कार्य में सुधार की आवश्यकता है। डीएमसी सहित अधिकारियों को नालों की समय रहते सफाई के निर्देश दिए गए हैं। निरीक्षण में यह भी देखने में आया है कि लोगों ने फड़ों को बड़ा कर कई जगह नालों को कवर कर दिया है, जिसकी वजह से कई जगह चौकिंग प्वाइंट बने हुए हैं, और तेज बारिश आने पर वहां पर जलभराव की समस्या हो सकती है। इसको लेकर संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं कि मानसून से पहले सभी नालों की सही तरीके से सफाई हो जाए। इसके अलावा खुले नालों के पास कचरे के डंपिंग प्वाइंट पाए गए, जिसको लेकर उन्हें हटाने के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जलभराव की समस्या और मानसून के आने से पहले नालों व ड्रेनों की सही तरीके से सफाई करना सभी संबंधित विभागों की जिम्मेदारी है। पिछले चार दिनों से जिले के अलग अलग हिस्सों में जाकर इनका निरीक्षण किया गया है और भविष्य में भी यह जारी रहेगा। इस अवसर पर डीएमसी सुशील कुमार, नगर परिषद ईओ दीपक कुमार, सचिव भानू शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
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