कैथल (रमन सैनी) डीसी प्रीति ने गत माह एक स्कूल बस के हांसी-बुटाना नहर में गिरने के हादसे में बच्चों को नहर से निकालने वाली तीन महिलाओं को महिला दिवस के उपलक्ष्य में सम्मानित किया। उन्हें प्रशस्ति पत्र व एक कंबल देकर प्रोत्साहित किया। डीसी ने तीनों महिलाओं की सराहना की।
डीसी ने तीन महिलाओं का आभार जताते हुए कहा कि बच्चों को बचाने में महिला होते हुए उन्होंने जो हिम्मत दिखाई है, वह काबिले तारीफ है। संकट के समय बच्चों को मदद मिलने पर उन्हें समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सका। इसके अलावा उन सभी लोगों के कार्य सराहनीय हैं, जिन्होंने उस समय बच्चों की मदद की थी। आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। समाज में सभी की जिम्मेवारी होती है कि जरूरत के समय एक दूसरे की मदद करें। संकट के समय बच्चों को बचाकर अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणादायक काम किया है। इसके लिए जिला प्रशासन तीनों का आभार प्रकट करता है।
डीसी ने गांव नौच निवासी मुकेश पत्नी सुरेंद्र, मोनिका पत्नी नरेंद्र व सुरेंद्र पत्नी राजेंद्र को प्रशंसा पत्र व कंबल देकर बहादुरी के इस कार्य के लिए सम्मानित किया। तीनों महिलाओं ने कहा कि हादसे के समय उन्हें जो समझ में आया, वह किया। बच्चे सभी को प्यारे होते हैं। इसीलिए वे नहर में उतर गई थीं। उन्हें खुशी है कि उनके प्रयास से बच्चों को मदद मिली। तीनों महिलाओं व उनके साथ आए परिजनों ने जिला प्रशासन का हौसला अफजाही के लिए आभार जताया। वहीं गांव के लोगों ने नहर पुल के आस-पास लाइटें व डेरे की ओर जाने वाली गली पक्का करने की मांग की। डीसी ने उनकी मांग को नियमानुसार जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया।
विदित रहे कि 17 फरवरी को गांव नौच के निकट डेरे से स्कूली बच्चों को लेकर जा रही बस संतुलन खोकर हांसी बुटाना लिंक नहर में जा गिरी थी। उसमें सात बच्चों को चोटें आई थीं। आस-पास के लोगों सहित पास के ही डेरे में रह रही ये तीनों महिलाएं भी नहर में कूद पड़ीं थीं और बच्चों को बाहर निकालने में मदद की थी। डीसी प्रीति ने महिला दिवस के अवसर पर तीनों महिलाओं को सम्मानित करने की घोषणा की थी। उसी अनुसार महिला दिवस के उपलक्ष्य में तीनों को शुक्रवार को डीसी द्वारा सम्मानित किया गया।
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