कैथल (रमन सैनी) देश की आज़ादी दौरान 1939 में हुए आर्य समाज सत्याग्रह आंदोलन में अहम् भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय महाशय बृज लाल चौधरी के पौत्र एवं जानेमाने समाजसेवी पुरषोतम दास के पुत्र सुनील चौधरी जिनका 13 फरवरी को निधन हो गया। उनकी अंतिम शव यात्रा में कैथल जिला के हजारो लोग शामिल हुए।
स्वर्गीय सुनील चौधरी जिनका जिनका जन्म 1 मई 1958 में हुआ था। अपने सहज स्वभाव , समाज सेवा में उल्लेखनीय कार्यो के लिए उनका समाज में एक नेक इंसान के तौर पर छवि बनी हुई थी। युवा अवस्था में ही वह समाज सेवा और शिक्षण संस्थाओं को आगे बढ़ाने में अहम् भूमिका निभानी शुरू कर दी थी। मानवता की सेवा और शिक्षण संस्थानों की तरक्की में अहम् भूमिका निभाने वाले स्वर्गीय सुनील चौधरी ने व्यापारिक फील्ड में भी अच्छा नाम कमाया और वह दो वर्ष तक चैम्बर और रोटरी कलब के अध्यक्ष रहे। कैथल के सुप्रसिद्ध RKSD कालेज एवं विद्यालय में दस वर्ष से भी अधिक समय तक कोषाध्यक्ष और प्रधान रहे। इस के अतिरिक्त RKSD कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी में भी अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं देते रहे।
स्वर्गीय सुनील चौधरी लगभग 15 वर्षो तक हिन्दू कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विधालय के प्रधान रहे। हाल ही में वह वर्ष 2022 से जनवरी 2025 तक विधालय के प्रधान के रूप में कार्य किया। आज 19 फरवरी को दोपहर दो बजे से तीन बजे तक कैथल में अम्बाला रोड पर स्थित हिन्दू कन्या विधालय में होने वाली श्रद्धांजलि सभा में स्वर्गीय सुनील चौधरी को प्रदेश के राजनितिक, सामाजिक, धार्मिक नेताओं के साथ साथ अन्य नागरिको द्वारा अंतिम श्रद्धांजलि दी जाएगी।
कैथल में चौधरी परिवार का अपना एक विशेष महत्व एवं सम्मान रहा है। स्वर्गीय सुनील चौधरी के दादा स्वंत्रता सेनानी स्वर्गीय महाशय बृज लाल चौधरी को सम्मान देने के लिए सरकार द्वारा 2001 में कैथल के कुरुक्षेत्र रोड का नाम महाशय बृज लाल चौधरी मार्ग रखा गया था, जिस के उद्घाटन तत्कालीन सांसद अजय चौटाला ने किया था। स्वर्गीय सुनील चौधरी की स्मृति में हिन्दू गर्ल्स स्कूल में आज श्री सुनील पुरषोतम दास चौधरी मेमोरियल ब्लॉक का शिलान्यास किया जायेगा। स्वर्गीय सुनील चौधरी के बड़े भाई जितेंद्र चौधरी जो की गुजरात के गाँधी धाम में टिम्बर के बड़े व्यापारी है और उनके छोटे भाई अनिल चौधरी जन नायक जनता पार्टी के कैथल जिला शहरी अध्यक्ष है। स्वर्गीय सुनील चौधरी के निधन पर प्रदेश के अनेको राज नेताओं, सामाजिक, धार्मिक और व्यापारिक संगठनों, शिक्षण संस्थानों, पत्रकार संगठनों के नेताओं गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति की प्राथना है।
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