कैथल, 20 नवंबर
हरियाणा की भाजपा जजपा सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात व छल किया है। समय से पहले मंडियो में खरीद बंद करके किसान व मजदूर के अरमानों को लूटने का षड्यंत्र किया गया है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस महासचिव, सांसद व कर्नाटक/मध्यप्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कैथल से एक बयान जारी करते हुए कहा कि आज हरियाणा का किसान, मजदूर व व्यापारी त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहा है सुरजेवाला ने कहा कि अभी इसी साल जून- जुलाई महीने में गुहला-चीका, कुरुक्षेत्र, शाहबाद, अम्बाला, यमुनानगर सहित हरियाणा के कोने कोने में लगभग 12 जिले और 1000 गाँव बाढ़ से प्रभावित हुए, लगभग 30 लोग मौत के शिकार हुए, हजारों लोगों को घर और
गाँव छोड़कर दूसरी जगह शरण लेनी पड़ी। पूरे प्रदेश में 3,50,000 एकड़ से अधिक कृषि भूमि बाढ़ की चपेट में आई। सैकड़ों-हजारों मवेशी बाढ़ में बह गए। किसान के हजारों ट्यूबवेल खत्म हो गए। हजारों घर जलमग्न हुए। गाँव के गरीबों व किसानों का सारा सामान व खेती-बाड़ी के उपकरण खत्म हुए। लेकिन भाजपा-जजपा सरकार ने आज तक न बाढ़ ग्रस्त एरिया के किसानों को मुवावजा दिया और न ही उन किसानों की कोई सूध ली। बल्कि उस बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में दोबारा से लगाईं गई फसल और आज जब वो पककर तैयार हो गई तो निर्दयी व तानाशाही भाजपा-जजपा सरकार ने मंडियो में खरीद बंद कर दी। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि प्राइवेट सेक्टर में आज उसी बाढ़ ग्रस्त पकी फसल को ₹1600-₹1700 प्रति क्विंटल के भाव पर किसानों को बेचने पर मजबूर होना पड़ रहा है। इस तरह से प्रत्येक किसान को लगभग ₹10,000 का प्रति एकड़ के हिसाब से नुकसान उठाना पड़ रहा है। लेकिन भाजपा जजपा सरकार किसानों के प्रति उदासीन बनी बैठी हुई है। सुरजेवाला ने भाजपा जजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों की बदहाली के लिए खट्टर सरकार की 9 साल की अनदेखी व लापरवाही जिम्मेवार है। अगर सीएम व डिप्टी सीएम 9 साल से हैलीकॉप्टर से उतर कर सड़क पर चल रहे होते, तो हरियाणा प्रदेश को ये दिन न देखने पड़ते।
सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार के हमारी मांग हैं कि वो ‘‘कुंभकर्णी नींद से जागे तथा फौरी तौर से इन मांगों को पूरा करेः- 👇
▪️बाढ़ ग्रस्त एरिया की पकी हुई फसलों की तुरंत प्रभाव से दोबारा फिर से सरकारी खरीद शुरू करें।
▪️सरकार की लापरवाही से पकी फसल के नुकसान को तुरंत प्रभाव से पूरा किया जाए।
▪️ जून-जुलाई महीने में बाढ़ से ग्रस्त होकर खराब हुई फसलों का ₹30,000 मुआवजा भी किसानों को दिया जाए।
उन्होंने कहा कि खट्टर-दुष्यंत चौटाला जी की जोड़ी को सत्ता के घमंड से ऊपर उठकर किसान की भलाई व हित के लिए जमीनी स्तर पर काम करने की आवश्यकता है, वर्ना वो दिन दूर नहीं कि हरियाणा के लोग भाजपा-जजपा के राजनैतिक अस्तित्व को मिटा देंगे।
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