कैथल (रमन सैनी) पुलिस अधीक्षक उपासना ने कैथल के सभी ऑटो रिक्शा चालकों को अपने अपने ऑटो रिक्शा पर युनिक कोड स्टीकर लगाने के निर्देश दिये। इसके तहत प्रत्येक आटो रिक्शा को विशेष नम्बर दिया जाएगा, जिसमे ऑटो चालक व संचालक की पूर्ण जानकारी होगी। यह डाटा डायल 112 के साथ साझा किया जाएगा ताकि ऑटो में कोई अपराध हो तो उसकी तुरन्त पुलिस को शिकायत दी जा सके। पुलिस के पास पूरा रिकॉर्ड होगा जिसके आधार पर तुरन्त कार्यवाही होगी। सोमवार को ट्रैफिक पुलिस द्वारा ऑटो रिक्शा पर युनिक कोड स्टीकर लगाते हुए अभियान की शुरुआत की गई।
पुलिस अधीक्षक उपासना ने बताया कि कैथल में बडी संख्या में ऑटो चलते है। महिलाएं/लड़कियां ऑटो में सवारी करते समय विशेष कर रात्रि के समय सुरक्षित महसूस करती है। कई बार ऑटो मे छोटी-मोटी घटनाएं हो जाती लेकिन सवारियो को आटो नम्बर याद नहीं रहता या आटा नम्बर ऐसी जगह होता है जो सवारियो को दिखाई नही देता।
जिला पुलिस व आरटीए द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर आटो पर विशेष स्टिकर लगाए जाएंगे। स्टिकर पर युनिक कोड होगा जो हर आटो का अलग नम्बर होगा। एसपी ने कहा कि आटो के बारे पूर्ण विवरण तैयार किया जाएगा। जो ऑटो चालकों/संचालक का पूरा विवरण डायल 112 ऐप के साथ शेयर किया जाएगा। डायल 112 ऐप के साथ ऑटो चालको का डाटा जोड़ने पर ऑटो मे कोई भी घटना होने पर डायल 112 पर कॉल जाते ही उसका पुरा विवरण पुलिस के पास पहुंचेगा। शिकायत मिलते ही पुलिस द्वारा तुरन्त एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हर आटो पर तीन स्टिकर लगाए जाएगे। एक स्टिकर आगे, एक पिछे और एक स्टिकर ऑटो के अन्दर होगा।
इसका मुख्य उद्देश्य ये है कि ऑटो में यात्रा करते समय कभी कोई वारदात या अप्रिय घटना होती है तो आटो के अन्दर बैठी सवारियों के साथ आटो के बाहर से भी विशेष नंबर नोट किया जा सकता है। ऑटो में सवार महिला उस विशेष नम्बर की फोटो क्लिक कर डायल 112 ऐप पर या चौकी थाने में सूचित कर सकते हैं।
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