कैथल, 06 सितंबर (अजय धानियां) पुलिस अधीक्षक अभिषेक जोरवाल के कुशल मार्गदर्शन में बुधवार को डीएवी कॉलेज पूंडरी में जाकर आए दिन हो रहे साइबर फ्रॉड जागरूकता के लिए राहगीरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। साईबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेंद्र की अगुवाई में पीएसआई शुभ्रांशु, एएसआई सुरेंद्र सिंह, एएसआई नरेश, एचसी कृष्ण, एचसी संदीप की टीम द्वारा राहगीरी कार्यक्रम में मौजूद सभी छात्र-छात्राओं व आम लोगों को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए सुरक्षात्मक उपाय सुझाए। पुलिस टीम ने साइबर ठगी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जागरूकता से ही साइबर क्राइम से बचाव संभव है। उन्होंने लोगों को साइबर क्राइम के संबंध में बताया कि कुछ समय से दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आम आदमी का रुझान ऑनलाइन प्रक्रिया की तरफ बढ़ा है । इसके कारण अपराधी साइबर धोखाधड़ी को अनेक माध्यमों से एक संगठित अपराध के रूप में अंजाम दे रहे हैं। इसलिए कुछ सावधानी रखकर खुद को साइबर ठगी से बचा सकते हैं । उन्होंने नशे के खिलाफ चलाए गए ड्रग मुक्त अभियान के तहत भी जिला वासियों को एवं उपस्थित छात्रों को नशे से होने वाले दुष्परिणामों से भी अवगत कराया। साथ ही नशा ना करने की शपथ दिलाई गई। छात्र–छात्राओं व अन्य लोगों को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करते हुए बताया किसी भी प्रकार के साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर जानकारी दें तथा निम्नलिखित सावधानियां रखते हुए साइबर फ्रॉड होने से बचने के तरीके बताते हुए कहा कि 1.फोन कॉल, एसएमएस या अन्य किसी माध्यम से ओटीपी, यूपीआई पिन, एटीएम पिन और सीवीवी किसी के साथ भी शेयर न करें। 2.एसएमएस व वाट्सअप के माध्यम से आए किसी भी लिंक को क्लिक न करें । 3.यह ध्यान रखना चाहिए कि जब भी कोई पैसे भेजता है तो धनराशि अपने आप खाता में जमा हो जाती है। किसी के भी कहने पर रिमोट एक्सेस एप जैसे क्यूक स्पोर्ट, एनीडेस्क, टीम विवर, एंड्रॉयड आदि को प्ले स्टोर से डाउनलोड न करें और न ही इनके आईडी व पासवर्ड किसी से शेयर करें। 4.फोन, ईमेल, एसएमएस या व्हाट्सएप पर आए नौकरी, लाटरी जैसे विज्ञापनों पर विश्वास न करें। 5.एटीएम से पैसे निकालते या जमा करते समय किसी भी अंजान व्यक्ति की सहायता न लें। अपने एटीएम पिन को समय समय पर बदलते रहें। 6.फोन और ऐप को हमेशा नए वर्जन के साथ अपडेट रखें और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर जरूरत से ज्यादा निजी जानकारियां शेयर न करें। 7.किसी भी प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर तुरंत साइबर हेल्प डेस्क नंबर 1930, अपने बैंक तथा नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दें और साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत रजिस्टर्ड कराए।
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