कैथल, 31 जुलाई ( ) विदेश भेजने के नाम पर लोगो से ठगी करने वाले अपराधियों पर जिला पुलिस द्वारा एसपी अभिषेक जोरवाल के निर्देशानुसार लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। इसी कड़ी में चौकी किठाना पुलिस द्वारा अलग अलग 2 मामलों में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पहले मामले में किठाना निवासी अशोक की शिकायत अनुसार वह विदेश जाने का इच्छुक था। उसने इस संबंध में अपने दोस्त संदीप से बात की तो उसने बताया कि गांव संडील जिला जींद निवासी मंजीत व सुमित युवकों को विदेश भेजने का कार्य करते हैं। उनका ऑफिस दिल्ली में द्वारका मेट्रो स्टेशन के पास है। इसके बाद वह संदीप के साथ दिल्ली चला गया। वहां मंजीत ने उसको 30 लाख रुपये में अमेरिका भेजकर काम दिलवाने की बात कही। दिसंबर 2021 में उसने अपना पासपोर्ट मंजीत को दे दिया था। इसके बाद आरोपी मंजीत ने अलग- अलग समय में उससे 18 लाख 62 हजार 500 रुपये ले लिए और उसे मई 2022 में अजरबेजान भेज दिया। वहां से उसे 31 मई 2022 को वापस दिल्ली भेज दिया गया। वह दोबारा मंजीत के पास गया तो मंजीत ने 18 जुलाई 2022 को उसे जयपुर से अर्मिनिया व वहां से सर्बिया भेज दिया। वहां आरोपी मंजीत व सुमित के कहे अनुसार उसने उनके दोस्त मंगा व आरोपी अमित कुंडू ने उसका पासपोर्ट ले लिया और उससे और रुपये मांगे। उसको सर्बिया में एक माह तक रखा गया और फिर उससे 11 लाख रुपये की ओर मांग की गई। आरोपियों ने कहा कि वह नरड़ निवासी महावीर चहल को 11 लाख रुपये दे। इस पर शिकायतकर्ता के बड़े भाई ने चीका अनाज मंडी से 11 लाख रुपये लेकर महावीर चहल को दे दिए। रुपये लेने के बाद भी आरोपियों ने उसे दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह तक सर्बिया में एक कमरे में बंदी बनाकर भूखा-प्यासा रखा। जनवरी 2023 में उसे पुर्तगाल भेज दिया। 24 फरवरी 2023 को मजबूरन उसे वहां से वापस इंडिया आना पड़ा। आरोपियों ने मिलकर उससे 18 लाख 62 हजार 500 रुपये की धोखाधड़ी की है। अब पैसे वापस मांगने पर उसे जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। जिस बारे थाना राजौंद में मामला दर्ज किया गया था। मामले की जांच चौकी किठाना पुलिस के एएसआई दलबीर सिंह द्वारा करते हुए आरोपी दोनो जिला जींद के गांव संडील निवासी मंजीत व सुमित को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनो आरोपियों के कब्जे से 10 हजार रुपये नकदी बरामद की गई।
दुसरे मामले में गुलियाणा निवासी संदीप कुमार की शिकायत अनुसार वह गांव में सीएचसी सेंटर चलाता है। उसके पास सौंगरी निवासी सुमित का आना-जाना था। उसने अक्तूबर 2022 में उसे बताया कि उसका दोस्त सतीश लोगों को विदेश भेजने का काम करता है। यदि उसे ऑस्ट्रेलिया जाना है तो उसे करीब 20 लाख रुपये लगेंगे। जो उनकी बातचीत 17 लाख में तय हुई। इसमें सात लाख वीजा मिलने पर और शेष वहां पहुंचने पर देने की बात हुई। 13 अक्टूबर 2022 को सुमित ने उसकी सीएचसी पर आकर कागजात व 15 हजार रुपये नकद उससे ले लिए। कुछ दिन बाद उसने कहा कि वीजा आ गया है। सात लाख रुपये दे दें। 4 जनवरी 2023 को सुमित के खाता में आरटीजीएस के माध्यम से सात लाख रुपये दे दिए। इसके बाद सुमित व सतीश ने उसे 21 दिसंबर को बना हुआ वीजा दिया। वे उसे कहने लगे कि 22 जनवरी 2023 को दिल्ली से सिडनी ऑस्ट्रेलिया के लिए फ्लाइट से भेज देंगे। उसने जांच की तो टिकट फर्जी मिली। इसके बाद आरोपियों ने 5 फरवरी को भेजने का आश्वासन दिया। इसके बाद पता चला कि आरोपियों ने उसे फर्जी वीजा दिया है। इन दोनों ने उसके साथ सात लाख 15 हजार रुपये की धोखाधड़ी की है। इसके बाद उसने अपनी राशि वापस मांगी तो आरोपियों ने 2 मार्च 2023 का समय देते हुए उसके कागजात उसे लौटा दिए। इसके बाद आरोपियों ने उसके रुपये देने से इंकार कर दिया और जान से मारने की धमकी दी। जिस बारे थाना राजौंद में मामला दर्ज किया गया था। मामले की जांच चौकी किठाना पुलिस प्रभारी एएसआई पारस द्वारा करते हुए आरोपी मायापुरी कालोनी कैथल निवासी सतीश को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के कब्जे से 3 हजार रुपये बरामद किये गए। सभी आरोपी न्यायालय के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिये ग
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