कैथल, 20 अक्टूबर ( ) आज के दौर में बढ़ चुके साइबर अपराधों के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए एसपी उपासना के कुशल नेतृत्व में जिला कैथल पुलिस द्वारा अक्टूबर माह को साइबर जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है। जिला कैथल पुलिस की विभिन्न टीम में आमजन को विभिन्न प्रोग्रामों के माध्यम से साइबर अपराध के तरीके व इससे बचने के उपाय सुझा रहे है। इसी के तहत शुक्रवार को साइबर क्राइम थाना से पीएसआई शुभ्रांशु तथा एचसी कृष्ण कुमार की टीम द्वारा आईटीआई कलायत तथा नीलम यूनिवर्सिटी कैथल में मौजूद विद्यार्थियों को साइबर अपराध के तरीकों तथा उनसे बचाव के उपायों के बारे में जानकारी प्रदान की गई। इस दौरान मौजुद विद्यर्थियों को पीएसआई शुभ्रांशु की टीम द्वारा बताया गया कि आज के समय साइबर अपराध चरम पर हैं, साइबर अपराधियों द्वारा आए दिन नए-नए तरीकों से लोगों को ठगा जा रहा है। साइबर अपराध पर रोकथाम लगाने के लिए जागरूक होने की जरूरत है। वैसे जिला कैथल के सभी थानों में साइबर हेल्प डेस्क गठित है, जो साइबर जालसाजों को पकड़ने का काम रही है। इसके लिए बड़े सोशल प्लेटफार्म को सावधानी और सतर्कता के साथ प्रयोग करना जरूरी है। साइबर अपराध से बचने के लिए आमजन को स्वयं जागरूक होकर दूसरों को भी जागरूक करना होगा। लोगो की बताया गया कि आपके बैंक की कोई भी जानकारी या फोन पर आए ओटीपी को किसी को भी नही बताएं। इंटरनेट बैंकिग, ऑनलाइन फ्राड, ओनलाइन शापिंग फ्राड, वालेट और यूपीआइ संबंधित धोखाधड़ी से बचना चाहिए। उन्होंने फेसबुक हैकिग, बारकोड के माध्यम से होने वाले फ्राड, व्हाट्सएप हैकिग से बचाव, फर्जी वेबसाइट से होने वाले फ्राड के संबंध में सावधानियां बरतने की सलाह दी। फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, व्हाट्सएप आदि सोशल साइट्स से हनी ट्रैप के संबंध में छात्रों को जागरूक रहने के लिए कहा गया। सिम कार्ड के माध्यम से, एटीएम कार्ड बदलकर, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के माध्यम से, बायोमेट्रिक, यूपीआई संबंधी फ्राड के प्रति जागरूक किया गया। पुलिस द्वारा आमजन को बताया कि अगर लापरवाही के कारण कोई साइबर ठगी का शिकार हो जाता है तो राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन न. 1930 पर तुरंत कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करवाएं।
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