कैथल ( रमन ), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस महासचिव व सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रोपर्टी आईडी व प्रोपर्टी टैक्स घोटालों को लेकर भी खट्टर सरकार पर हमला बोला। सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार की “पी” ने जनता को रुला दिया है। परिवार पहचान पत्र, प्रोपर्टी आई डी, प्रोपर्टी टैक्स ₹200/₹600/गज, पेंशन की धांधली व पोर्टल के चक्कर में प्रत्येक घर का एक आदमी झोला उठा कर सारे दिन दफ़्तरों के चक्कर काटता है और झोले वालों को कोसता है। रणदीप सुरजेवाला अपने निवास किसान भवन पर कार्यकर्ताओं की बैठक लेने पहुंचे थे। सुरजेवाला ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि परिवार पहचान पत्र, प्रोपर्टी आईडी, प्रॉपर्टी टैक्स, पेंशन, पोर्टल के माध्यम से जनता के पैसों को लूटा जा रहा है। आमजनमानस को बेवजह से तंग किया जा रहा है। इन सभी घोटालों को उजागर करने और जनता की आवाज बनने के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा 13 अगस्त को कैथल में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन में हरियाणा प्रदेश की पूर्व अध्यक्षा कुमारी शैलजा, पूर्व सीएलपी लीडर किरण चौधरी, कांग्रेस के मौजूदा विधायक, पूर्व विधायक, कांग्रेस के वरिष्ठ व स्थानीय नेता भी मौजूद रहेंगे। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सभी साथी 13 अगस्त, दिन रविवार सुबह 09:00 बजे भाई उदय सिंह किला के सामने ग्राउंड में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचे और भाजपा जजपा सरकार की तानाशाही के खिलाफ जनता की आवाज को बुलंद करें। रणदीप सुरजेवाला ने नूंह व मेवात में हुई हिंसा को लेकर भाजपा जजपा सरकार पर प्रत्यक्ष रूप से आरोप लगाया। सुरजेवाला ने कहा कि जब जब चुनाव का समय आता है तो भाजपा जजपा सरकार प्रदेश को जातीय व धार्मिक दंगों की आग में धकेल देती है। मोदी, खट्टर व दुष्यंत सरकार सिर्फ वोटों की राजनीति के फायदे के लिए काम करती है उन्हें जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है
उन्होंने कहा कि खट्टर व दुष्यंत चौटाला द्वारा एक साजिश के तहत सुनियोजित तरीके से नूंह, मेवात, गुरुग्राम में हिंसा को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि जनता को समझना होगा कि सत्ता के लिए भाजपा जजपा सरकार जातीय व धार्मिक दंगे करवाकर अपना राजनीतिक हित साधने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा की भाजपा जजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा प्रदेश हरियाणा के अमन-चैन, शांति, भाईचारा, धार्मिक सद्भाव को भाजपा-जजपा ने वोट की लालसा की बलिवेदी पर कुर्बान कर दिया है। हरियाणा के मुखिया मान चुके हैं कि 2.70 करोड़ हरियाणावासियों को सुरक्षा देने में असमर्थ हैं। खट्टर-दुष्यंत की जोड़ी ना राजधर्म निभा पा रही है और ना ही हरियाणावासियों के प्रति अपना कर्तव्य निभा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर पुलिस-प्रशासन के पीछे छुपने की बजाय, राजनीतिक नेतृत्व के दिवालियापन को स्वीकार करते हुए अपना इस्तीफा दे।
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