कैथल, 6 जुलाई, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद ने बताया कि खरीफ सीजन के दौरान धान की रोपाई एवं अन्य खरीफ फसलों की बिजाई का कार्य जोरो से शुरू हो चुका है। कृषि आदानों की खरीद हेतू किसान प्राइवेट व सहकारी लाइसेंसशुदा ब्रिकी केन्द्रों पर लगातार कृषि आदान खरीद रहे हैं और वैज्ञानिकों द्वारा दी गई सिफारिशों के अनुरूप खेतों में प्रयोग कर रहे हैं। किसानों को उच्च गुणवत्ता के कृषि आदान (बीज, खाद व कीटनाशक) उपलब्ध हो सके।
उन्होंने बताया कि इसके लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक (गुण नियंत्रण) डॉ मनजीत सिंह नैन की अगुवाई में सभी कृषि आदानों की जांच हेतू विशेष गुणवत्ता जांच अभियान चलाया गया, जिसमें 10 दुकानों व कीटनाशक निर्माता फैक्ट्रियों पर औचक निरीक्षण किया गया। अभियान के दौरान 5 सैंपल पैस्टीसाइड व 4 सैंपल विभिन्न खादों के भरे गए। निरीक्षण के दौरान संबंधित दुकानदारों के खरीद, ब्रिकी एवं भण्डारण के रिकार्ड की भी जांच की गई जिसमें 2 डीलरों को अनियमतताएं पाए जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किए गए।
उन्होंने कहा कि इस विशेष अभियान का मुख्य तात्पर्य किसानों को उच्च गुणवत्ता की दवाइयां, बीज व खाद सुगमता से उपलब्ध करवाना है ताकि किसान सही समय पर उच्च गुणवत्ता के कृषि आदान प्रयोग करके अपनी बिजाई व रोपाई की गई खरीफ फसलों का भरपूर उत्पादन ले सकें। इससे पूर्व भी इसी खरीफ सीजन के दौरान खाद एवं कीटनाशक निरीक्षकों द्वारा खाद के 42 सैंपल व कीटनाशकों के 38 सैंपल लिए जा चूके हैं, जिनमें से खाद का 1 व कीटनाशकों के 3 सैंपल / नमूने राज्य प्रयोगशालाओं द्वारा अमानक घोषित किये गए है। जिन-जिन कम्पनियों के सैंपल / नमूने अमानक घोषित किए गए है, उनके विरुद्घ अनुशासनिक कार्यवाही शुरू की जा चूकी है।
उन्होंने कहा कि सभी डीलरों को सख्त हिदायतें जारी की जा रही है कि किसानों को सही समय पर उच्च गुणवता के कृषि आदान उपलब्ध करवाएं तथा किसानों द्वारा खरीद किए गए आदानों की रसीद भी अवश्य जारी करें। यदि किसी भी डीलर ने लाइसैंस के नियमों का उल्लधंन किया तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। विशेष निरीक्षक अभियान के दौरान गुण नियंत्रण निरीक्षक डॉ जितेन्द्र अहलावत व उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ. सतीश कुमार नारा भी मौजूद रहें ।
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