सीएम ने कहा कि सरकारी नौकरियों में सिलेक्शन का बहुत लम्बा प्रोसेस होता है। ग्रुप डी की अलग अलग पोस्टों का अलग कैडर बनाया गया। एक समय के बाद यदि सिलेक्टेड कैंडिडेट विभाग बदलना चाहे उसके लिए भी प्रावधान किया जा रहा है।
कैथल (रमन), हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन की कार्यवाही प्रश्नकाल के साथ शुरू हुई। कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने सीईटी का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि सीईटी में अभ्यर्थियों को आयु में छूट देने की बात कही गई थी लेकिन इसकी सूचना जारी नहीं की। जो बच्चे सीईटी पास कर चुके है उनको कब नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे उन्होंने पूछा कि सीईटी के क्वेश्चन पेपर सेट करने वाली एजेंसी पर क्या कार्रवाई की गईं। पूरी रात अभ्यर्थी पेपर का इंतजार करते रहे कि पेपर होगा भी या नही। इस मामले में सरकार स्थिति स्पष्ट करे और एचएसएससी को बर्खास्त करे। इसके बाद सीएम ने कहा कि सरकारी नौकरियों में सिलेक्शन का बहुत लम्बा प्रोसेस होता है। ग्रुप डी की अलग अलग पोस्टों का अलग कैडर बनाया गया। एक समय के बाद यदि सिलेक्टेड कैंडिडेट विभाग बदलना चाहे उसके लिए भी प्रावधान किया जा रहा है। ग्रुप सी में भी यह प्रावधान लागू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ग्रुप सी में 11 लाख 22 हजार लोगों ने अप्लाई किया। 3 लाख 59 हजार ने सीईटी को क्वालीफाई किया। इसके बाद अलग अलग 64 ग्रुप बनाए गए। जिनमें संख्या ज्यादा थी उनकी परीक्षा पहले ली गई। जो क्वेश्चन रिपीट हुए उसके बारे में टिप्पणी नही करूंगा क्योंकि मामला कोर्ट में है। चार गुणा पॉलिसी का विरोध किया है इसके बारे में विचार किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि आयु वही मानी जाएगी जब अभ्यर्थी सीईटी के पेपर के लिए अप्लाई करेगा। सीएम ने कहा कि सीईटी में कुछ गलत नहीं हुआ है। सीएम के इस जवाब पर किरण चौधरी ने एतराज जताया।
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