कैथल, 28 जून, डीसी जगदीश शर्मा ने कहा कि सीएम विंडों पर आने वाली शिकायतों को संबंधित अधिकारी मार्क करके 7 दिनों में अंडरटेक करें। कोई भी शिकायत ओवर डयू नहीं होनी चाहिए। तय समयावधि के बाद समस्या का निपटान होने पर जिला की रैकिंग में कोई बढ़ोत्तरी नहीं होती, इसलिए सभी शिकायतों का निवारण समयबद्ध करना सुनिश्चित करें।
डीसी जगदीश शर्मा लघु सचिवालय के वीडियो कांफ्रैंस हॉल में संबंधित अधिकारियों के साथ सीएम विंडों की समीक्षा के दौरान आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री के सिंचाई सलाहकार एवं पूर्व आईएएस अधिकारी देवेंद्र सिंह ने वीडियो कांफ्रैंस के माध्यम से जिलावार सीएम विंडों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। डीसी ने कहा कि अगले 48 घंटों में फारवर्डिंग शून्य होनी चाहिए। जिस विभाग से संबंधित सीएम विंडो है, वह उसे फारवर्ड करके आपसी तालमेल से उसे दूर करना सुनिश्चित करें। प्रत्येक दिन सीएम विंडों पोर्टल का अवलोकन भी करते रहे।
उन्होंने कहा कि पोर्टल पर रिपोर्टिंग ऑफिसर अपने पद के साथ-साथ स्वयं हस्ताक्षर करें, उनके अधीनस्थ कोई भी कर्मचारी इस कार्य को अमलीजामा नहीं पहनाएं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं समय-समय पर सीएम विंडों की समीक्षा करते रहते हैं। इतना ही नहीं जन संवाद कार्यक्रमों में आई हुई समस्याओं को सीएम विंडों पर लेकर उसका समाधान किया जा रहा है। किसी समस्या का समाधान होने पर भी अगर संबंधित शिकायतकर्ता हस्ताक्षर नहीं करता है तो जिला में तैनात एमिनेंट पर्सन के हस्ताक्षर करवाकर पोर्टल पर अपलोड किया जाए। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी शिकायतों का निवारण समयबद्ध हो, ताकि संबंधित शिकायतकर्ता को समस्या निवारण का लाभ मिल सके।
इस मौके पर एसपी अभिषेक जोरवाल, डीएमसी कुलधीर सिंह, सीटीएम कपिल कुमार, डीडीपीओ कंवर दमन, डीआरओ रणविजय सुल्तानिया, ललित कुमार, रेखा रानी सहित अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
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