गुहला-चीका, 27 जुलाई, विधायक ईश्वर सिंह ने कहा कि पंचायती जमीन पर 1952 से कृषि कार्य कर रहे पट्टदारों को मालिकाना हक दिलाने के लिए कानूनों में बदलाव होगा। पट्टेदारों को मालिकाना हक दिलाने के लिए पूरजोर पैरवी की जाएगी। इतना ही नहीं आगामी विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को प्राथमिकता से उठाया जाएगा, ताकि गुहला क्षेत्र के पट्टेदारों को मालिकाना हक मिल सके।
विधायक ईश्वर सिंह ने कहा कि हलका गुहला के पट्टेदारों की दशा अत्यंत दयनीय है। वर्ष 1952 के बाद उस समय जो जमीन पट्टेदारों को दी गयी थी, वो लोग आज तक भी सिर्फ काश्तकार ही हैं और वह मालिक नहीं है। सदी का आधा हिस्सा बीत जाने के बाद भी इनको मालिकाना हक़ नहीं दिया गया। पुरानी व्यवस्था के तहत इस जमीन में पट्टेदार मकान नहीं बना सकते, नक्शा पास नहीं करवा सकते तथा भूमि पर लोन आदि की सुविधा से वंचित है। जो सुविधाएं गांव के अन्य किसानों को मिल रही है, वह सुविधाएं भी पट्टदारों को नहीं मिल रही है। इन सब बातों को देखते हुए और पट्टेदारों की मांग को पूरा करने हेतू सरकार से पूर जोर पैरवी की गई है। हलका के पट्टेदारों के लिए नियमों में बदलाव करवाया जाएगा।
विधायक ने कहा कि पुरखों ने वर्षों पहले इस क्षेत्र में आकर जमीन को आबाद करके खेती करने लायक बनाया था, परंतू पूर्व के किसी जन प्रतिनिधि ने पट्टेदारों की सुध नहीं ली थी। वे पट्टदारों का दर्द बाखूबी समझते हैं, इसलिए अब पुराने कानूनों का अध्ययन करके उसमें बदलाव किया जाएगा। उन्होंने पट्टेदारों को आश्वासन दिया कि मालिकाना हक दिलाने के मुद्दे को पूरे जोर से उठाया जाएगा और उनकी वकालत व पैरवी की जाएगी। इससे पूर्व भी हलका वासियों की जो भी समस्याएं होती है, उन्हें प्राथमिकता से दूर करने का कार्य किया जा रहा है। पट्टेदारों को मालिकाना हक मिलने से क्षेत्र के सैंकड़ों लोगों को लाभ होगा। मालिकाना हक से उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं का भी सीधा लाभ मिलेगा।
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