कैथल, 8 अगस्त (अजय धानियां) कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद ने बताया कि विभाग की ओर से वर्ष 2022-23 में अलग-अलग मशीनरी योजनाओं में कृषि यंत्रों पर अनुदान दिए गए थे। इसके लिए किसानों ने पोर्टल एग्रीहरियाणा पोर्टल पर ऑनलाईन आवेदन किए थे। इस दौरान 2500 से 10 हजार रूपये तक टोकन फीस जमा करवाई गई थी। एसबी-89 योजना के तहत 37 ट्रैक्टरों पर 1 करोड़ 11 लाख रूपये का अनुदान दिया गया था। इनमें अनुसूचित जाति के किसानों ने 10 हजार प्रति किसान की टोकन फीस जमा करवाई थी। इसमें से 538 किसानों की टोकन फीस विभाग ने रिफंड कर दी है। शेष 49 किसानों के बैंक खाते आधार नंबर से लिंक न होने के कारण रिफंड नहीं हो पाई है। इसके साथ ही खरीफ मशीनीकरण योजना 2022-23 के तहत 124 किसानों को लगभग 84 लाख रूपये का अनुदान दिया गया। इसमें 125 किसानों ने विभागीय पोर्टल पर ऑनलाईन आवेदन किया था। इसमें से 105 किसानों की टोकन फीस वापस कर दी गई है। शेष 20 किसानों के बैंक खाते आधार कार्ड नंबर से लिंक न होने के कारण रिफंड नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन योजना 2022-23 के तहत 967 किसानों को लगभग 13 करोड़ 70 लाख रूपये का अनुदान दिया। इसमें 971 किसानों ने पोर्टल पर ऑनलाईन आवेदन किया था, जिसमें से 846 किसानों की टोकन फीस वापस कर दी है। शेष 125 किसानों के बैंक खते आधार कार्ड नंबर से लिंक न होने के कारण रिफंड नहीं हो पाई है। उन्होने किसानों का आह्वान किया कि जिन किसानों ने अभी तक अपना बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक नहीं करवाया है वे जल्द अपना खाता बैंक में जाकर आधार कार्ड से लिंककरवाए और यूआईडीएआई पोर्टल पर भी जांच करें कि लिंक हुआ है या नहीं ताकि शेष बचे सभी किसानों की टोकन फीस वापिस की जा सके। उन्होंने बताया कि जिनका खाता यूआईडीएआई पोर्टल पर इन एक्टिव दिखा रहा है वे अपना खाता एक्टिव करवाए और सहायक कृषि अभियंता के कार्यालय को सूचित करें या 77000730111 नंबर पर संपर्क करें।
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